कृषि बिल 2020 क्या है इन हिंदी pdf । किसान कृषि विधेयक बिल क्या है । krishi bill 2020 details kya hai in hindi pdf download ।
Krishi Vidheyak Bill KI Jankari In Hindi : कृषि बिल (krishi bill) पार्लियामेंट में पास होने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर के साथ ही देश का कानून बन गया हैं। केंद्र सरकार ने तीन बिल पास कराए हैं, लेकिन एमएसपी (msp) को लेकर किसान अस्वस्थ नजर आ रहे हैं और कृषि विधेयक बिल (krishi vidheyak bill) का जमकर विरोध हो रहा हैं। एक ओर किसानों द्वारा नया कृषि बिल के विरोध में किसान आंदोलन चल रहा हैं तो वही दूसरी ओर विपक्ष भी नए कृषि बिल (krishi bill 2020 kya hai in hindi) को काला बिल बताते हुए इसे वापिस लेने की मांग कर रही हैं।
किसान बिल क्या है इन हिंदी : Krishi Bill Details In Hindi
मोदी सरकार ने किसानो के हितों के लिए किसान कृषि बिल को मंजूरी दी हैं। इस बिल के अनुसार किसान अपनी फसल को अपनी मर्जी से जहाँ चाहे वहा बेंच सकते हैं। लेकिन इस बिल के पास होने के बाद किसानों MSP के खत्म होने का खतरा नजर आ रहा हैं। किसानों का मानना हैं कि यदि एमएसपी खत्म हो जाता हैं तो वह अपनी फसल किस भाव पर बेंचेंगे और व्यापारियों की मनमर्जी चलने लगेगी।\
कृषि विधेयक बिल क्या है : Krishi Vidheyak Bill
बता दें कि एमएसपी पर सरकार पहले ही कह चुकी हैं कि msp को खत्म नहीं किया जाएगा। krishi vidheyak bill के विरोध में जबरजस्त किसान आंदोलन हो रहा हैं और किसान सरकार से सीधी बात करना चाहते हैं।
नया कृषि बिल क्या है : Krishi Bill In Hindi Pdf Download
पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में भी नए कृषि बिल को लेकर आंदोलन हो रहा हैं। किसान दिल्ली की बॉर्डर पर तेज ठण्ड में बैठे हुए हैं।
किसान विधेयक बिल क्या हैं ? आइये विस्तार में जानते हैं
पहला कृषि बिल
केंद्र सरकार ने किसान कृषि बिल के माध्यम से किसानो को इस बात की आजादी दी हैं कि वह अपनी फसल मुल्क में कही भी बेच सकता हैं। इसके साथ में ही KRISHI BIL में एक राज्य से दूसरे राज्य में व्यापार बढ़ाने की बात भी कही गई हैं। मार्केटिंग और ट्रांस्पोर्टिशन पर किया जाना वाला खर्च कम करने की बात भी कृषि बिल में शामिल हैं।
दूसरा नया बिल कृषि बिल
बता दें कि मोदी सरकार ने इस बिल पर कृषि करारों पर राष्ट्रीय फ्रेमवर्क के प्रोविज़न की बात कही हैं। krishi bill में फार्म सर्विसेज़, प्रोसेसर्स, कृषि पैदावारों की बिक्री, कृषि बिजनेस फर्मों, थोक विक्रेताओं, बड़े खुदरा विक्रेताओं और एक्सपोर्टर्स के साथ किसानों को जोड़ने की बात सामने आती हैं। फसल बीमा, फसल की निगरानी और तकनीकी सुविधा मुहैया कराने की बात।
तीसरा किसान बिल
इस किसान बिल में दाल, अनाज, तिलहन, खाने का तेल, आलू और प्याज को जरूरी चीजों की फहरिस्त से हटाने का प्रोविजन सामने आता हैं।